बच्चों के जीवन का सबसे आम सपना यही होता है. शायद ही कोई ऐसा हो जिसने पेपर छूट जाने का सपना न देखा हो.
स्क्रीन से दूरी बनाए रखें: सोने से पहले मोबाइल, लैपटॉप या टीवी का इस्तेमाल कम से कम करें, क्योंकि इनसे नींद की गुणवत्ता पर असर पड़ सकता है।
ये सपने आते तो हैं लेकिन क्या आपने सोचा है कि इन बुरे सपनों का मतलब क्या होता है.
एक्सपोज़र थेरेपी: यदि बुरे सपने किसी दर्दनाक अनुभव से उत्पन्न होते हैं, तो ट्रिगर करने वाली यादों के प्रति धीरे-धीरे खुद को असंवेदनशील बनाने के लिए एक्सपोज़र थेरेपी लेने की सलाह दी जाती है।
सपने आना बहुत ही आम बात है. जब भी आप सोते हैं, तो आपको किसी न किसी तरह के सपने आते हैं.
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कई बार मन थका हुआ होता है और शरीर भी कमजोर है तब बुरे सपने आते हैं.
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रेगुलर एक्सरसाइज करें: शरीर को एक्टिव रखने के लिए नियमित व्यायाम करें, जिससे दिल की धड़कन सामान्य बनी रहती है और मानसिक स्थिति भी बेहतर होती है।
नाइटमेयर आने पर आपको थकान कमजोरी होने जैसे लक्षण दिख सकते हैं.
एक सूदिंग सी नाइट लाइट जलाकर सोने से अच्छी नींद आती है.
सपनो का आपकी नींद पर नकारात्मक असर पड़ता है, यही नहीं यह आपके मानसिक तनाव को भी बढ़ा सकता है। चित्र : अडॉबीस्टॉक
इसलिए कभी-कभी कुछ सपने हमारे दिमाग को हमारे विचारों और दिन की घटनाओं को हल करने में हमारी मदद करते हैं। बाकि अन्य सपने सामान्य मस्तिष्क गतिविधि का परिणाम हो सकते हैं और कुछ का कोई मतलब ही नहीं होता है। लेकिन शोधकर्ता अभी भी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि पूरी रात सपने क्यों आते हैं या रात को नींद में सपने क्यों आते हैं?
नींद न आने से भी ऐसा होता है. अगर अनिद्रा की समस्या है तो ऐसा होगा.